Ghamand क्या है? कैसे होते हैं अहंकारी (Ghamand) अहंकार ग्रस्त की क्या गति होती है? अहंकार को महान् दोष कहा गया है जो जीवन को लील जाता है। अंहकार के संदर्भ में महान् विचारकों का क्या मत है? आइये जानें Ghamand Quotes के माध्यम से अंहकार के संदर्भ में महान् विचारकों का मत, वास्तव में इससे इंसान की क्या गति होती है? घमंड यानी अहंकार आदमी अपने अंदर पैदा करें तो उसे क्या हो सकता है? आइए महापुरुषों ने इसके बारे में बहुत ही सटीक उदाहरण पेश किया है जानते हैं।
Table of Contents
घमंड मीनिंग इन हिन्दी (Ego Meaning in Hindi)
दोस्तों जैसे कि आप जानते हैं घमंड हमारे शरीर में होने वाली प्रवृत्ति है जो स्वभाव को परिवर्तित कर देता है। साथ में हमारे व्यवहार में भी परिवर्तन होता है। आदमी को जब किसी जरूरत से ज्यादा भाव पैदा होते हैं या व्यवस्था पैदा होती है तो लोगों को अपनी व्यवस्था पर अहंकार यानी Ghamand होता है। अंधकार (Ego) का पर्यायवाची शब्द घमंड (Ghamand) है चलिए जानते हैं Ghamand Quotes के महत्त्वपूर्ण पॉइंट जो महापुरुषों ने बताए हैं।
Ghamand Quotes | अहंकार पर महापुरुषों के विचार
1-विनोबा भावे (Vinoba Bhave) : मुझे अहंकार नहीं है ऐसा भासित होना सरीखा भयानक अभिमान और कोई नहीं।
2-एन.एल. दशोरा (N.L. Dashora) : अहंकारी (Ghamandi) व्यक्ति बढ़-चढ़कर बातें बनाते रहते हैं। वे सदा अपने मुँह से अपना ही गुणगान करते रहते हैं, जो उनके ओछेपन का ही प्रतीक है। वे अपनी सफलता की शेखी बघारने वाले अहंकारी होते हैं और मूर्ख भी।
3-शेख सादी (Sheikh Saadi) : अहंकार करना मूर्ख का काम है।
4-लोकोक्ति (Lokokti) : अभिमान अपने ही दोषों को ढकने के लिए प्रयुक्त मुख्यावरण।
5-स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekanand) : यदि तुम्हारा Ghamand चला गया तो किसी धर्म पुस्तक की एक पंक्ति भी बाचे बगैर व किसी भी मंदिर में पैर रखे बगैर तुम जहाँ बैठे हो, वहीं मोक्ष प्राप्त हो जाएगा।
6-शतपथ ब्राह्मण (Shatapath Brahmin) : जो बहुत घमंड करते थे, वही अपने घमंड के कारण गिरे, इसलिए किसी को बहुत घमंड नहीं करना चाहिए। घमंड ही हार का द्वार है।
7-किशोर दास स्वामी (Kishor Das Savami) : जो व्यक्ति दम्भ और अहंकार से भरा है, जिसमें कपट, कायरता और क्रूरता है, जो निरीह प्राणियों को कूड़ा-कचरा समझता है और दूसरों के धन पर आस लगाता है तथा आस पास के वर्ग से सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाता, समाज से उसका अस्तित्व ही मिट जाता है।
Ahankar Quotes । अहंकार पर महापुरुषों के विचार
8-हाफिज (Hafiz) : किसी भी दशा में अपनी शक्ति पर घमंड न कर। वह बहरूपिया आकाश में हर पल सहस्त्रों रंग बदलता है।
9-शेक्सपीयर (Shakespeare) : अभिमानी (Ghamandi) व्यक्ति स्वयं को ही खा जाता है।
10-भर्तृहरि (Bhartrihari) : धन के मद में मतवाला मनुष्य गिरे बिना होश में नहीं आता।
11-शेख सादी (Sheikh Saadi) जिसे होश होता है, वह कभी घमंड नहीं करता।
12-महाभारत (Mahabharata) : अहंकार नर्क का मूल है।
13-रामकृष्ण परमहंस (Ramakrishna Paramhansa) : धन का घमंड नहीं करना चाहिए। जुगनू सोचते हैं कि हम ही इस संसार को प्रकाश दे रहे हैं। मगर नक्षत्रों का उदय होते ही जुगनूओं का घमंड शान्त हो जाता है। तब नक्षत्रों को Ghamand होता है कि वे ही जगत को प्रकाश दे रहे हैं, पर जब चन्द्रमा उदय होता है, तब नक्षत्र भी मलीन हो जाते हैं। सूर्योदय होने पर चन्द्रमा भी मलीन हो जाता है। धनवान यदि इस पर विचार करें तो उन्हें घमंड न रहे।
14-रस्किन (Ruskin) : समस्त बड़ी गलतियों की तह में अहंकार ही मूल कारण होता है।
15-विनोबा भावे (Vinoba Bhave) : अहंकार को शून्य करने में प्रार्थना मदद दे सकती है। प्रार्थना कोई यांत्रिक वस्तु नहीं, वह हृदय की क्रिया है। भगवान् की प्रार्थना में सारे भेदों को भूल जाने का अभ्यास हो जाता।
घमंड पर महापुरुषों के विचार । Ghamand in Hindi
16-श्री साई समर्थ (Shri Sai Samarth) : किसी भी अवस्था में अहंकार (Ghamand) न करें।
17-तुकाराम (Tukaram) : परमात्मा प्रेम स्वरूप है और प्रेम से ही प्राप्त हो सकता है। दिल में नफरत, द्वेष, क्रोध और अहंकार जैसी बुराइयाँ होने पर परमात्मा को प्राप्त नहीं किया जा सकता।
18-भगवती चरण वर्मा (Bhagwati Charan Verma) : सत्ता जिसके हाथ में आती है, वही मदांध होकर बेईमान, दुश्चरित्र और बदनीयत हो जाता है।
19-प्रेमचन्द (Premchand) : घमंड से आदमी फूल सकता है, फल नहीं सकता।
20-स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekanand) : तुम्हारे लिए धर्मपुस्तक, देवालय और प्रार्थना की कोई आवश्यकता नहीं, यदि तुमने अहंकार (Ghamand) त्याग दिया है।
21-नीतिवचन (Niti Vachan) : अभिमान से मनुष्य परमात्मा और जनता से दूर हो जाता है और नम्रता से निकटतम।
22-हितोपदेश (Hitoupdes) अपने दुर्गुणों का चिन्तन और परमात्मा के उपकारों का स्मरण यही सच्ची प्रार्थना है।
23-इमर्सन (Emerson) : गर्व ने देवदूतों को भी नष्ट कर दिया।
24-महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) : जो हम करते हैं दूसरे भी कर सकते हैं, ऐसा मानें। यदि न मानें तो हम अहंकारी ठहराए जाएँगे।
Aahankar Par Vichar | महापुरुषों के अहंकार पर विचार
25-शेख सादी (Sheikh Saadi) : जो मनुष्य Ghamandi को शिक्षा देता है, उसे स्वयं शिक्षा की आवश्यकता है।
26-महर्षि दयानंद (Maharishi Dayanand) : जो मनुष्य अहंकार करता है, उसका एक दिन पतन अवश्य ही होगा।
27-चाणक्य नीति (Chanakya Niti) : ईर्ष्या असफलता का दूसरा नाम है। ईर्ष्या करने से अपना ही महत्त्व कम होता है।
28-स्वामी रामतीर्थ (Swami Ramtirth) : अहंकारपूर्ण जीवन को छोड़ देना ही त्याग है और वही सौन्दर्य है।
29-तुलसीदास (Tulsidas) : अहंकारी (Ghamandi) का विनाश जरूरी होता है।
30-शंकराचार्य (Shankaracharya) : तन, धन और भाग्य पर अभिमान नहीं करना चाहिए।
31-महात्मा बुद्ध (Mahatma Buddha) : अहंकार के समूल नाश से तृष्णाओं का अंत होता है।
32-रवीन्द्रनाथ ठाकुर (Rabindranath Thakur) : अहंकार के बिना विच्छेद सम्भव नहीं, विच्छेद के बिना मिलना सम्भव नहीं और मिलन के बिना प्रेम संभव नहीं।
निष्कर्ष
ऊपर दिए गए कंटेंट के माध्यम से आपने Ghamand Quotes के माध्यम से महापुरुषों के महत्त्वपूर्ण विचार जाने। जो हमारे जीवन को परिवर्तन कर सकता है। महापुरुषों के विचारों का यदि हम पालन करें तो हमारा जीवन सार्थक हो सकता है। आशा है आपको ऊपर दिया गया कंटेंट जरूर अच्छा लगा होगा धन्यवाद।
और अधिक पढ़ें:Dhairya in Hindi / धैर्य पर सुविचार ।। जीवन में क्या महत्त्व है?
1 thought on “Ghamand Quotes || अंहकार के संदर्भ में महान् विचारकों का मत”
Comments are closed.