Mission Indradhanush Scheme भारत सरकार ने बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण की सुविधा प्रदान करने के लिए “मिशन इंद्रधनुष योजना” (Mission Indradhanush) की शुरुआत की है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी बच्चों को 7 जानलेवा बीमारियों (डिप्थीरिया, काली खांसी, टेटनस, पोलियो, टीबी, खसरा और हेपेटाइटिस-बी) से बचाव के लिए टीके उपलब्ध कराना है।
यह योजना विशेष रूप से उन क्षेत्रों में कार्यरत है जहाँ टीकाकरण दर कम है या स्वास्थ्य सुविधाएँ सीमित हैं। इस लेख में हम मिशन इंद्रधनुष योजना के उद्देश्य, लाभ, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के बारे में सम्पूर्ण जानकारी जानेंगे। Mission Indradhanush Scheme
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मिशन इंद्रधनुष योजना क्या है
मिशन इंद्रधनुष योजना भारत सरकार की एक टीकाकरण अभियान (Immunization Program) है, जिसकी शुरुआत 25 दिसंबर 2014 को हुई थी। इसका नाम “इंद्रधनुष” रखा गया है, क्योंकि यह 7 बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। Mission Indradhanush Scheme
जिस तरह इंद्रधनुष में 7 रंग होते हैं। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं और 0-2 साल के बच्चों को निशुल्क टीके लगाए जाते हैं। इसका लक्ष्य 2025 तक 90% टीकाकरण दर हासिल करना है।
मिशन इंद्रधनुष के चरण
- पहला चरण (2014-2017)- 201 जिलों में लागू।
- दूसरा चरण (2017-2018)- 352 जिलों तक विस्तार।
- तीसरा चरण (2018-2019)- 25 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को कवर किया गया।
- चौथा चरण (2020-अब तक)- कोविड-19 के बाद और अधिक गहन टीकाकरण अभियान।
मिशन इंद्रधनुष योजना के उद्देश्य
मिशन इंद्रधनुष योजना के निम्नलिखित लाभ हैं, जो नीचे दिए गए हैं।
- टीकाकरण दर बढ़ाना- देश में पूर्ण टीकाकरण कवरेज (FIC) को 90% तक पहुँचाना।
- शिशु मृत्यु दर कम करना- 7 खतरनाक बीमारियों से बच्चों की सुरक्षा करना।
- ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुँच- जहाँ स्वास्थ्य सुविधाएँ कम हैं।
- जागरूकता फैलाना-माता-पिता को टीकाकरण के महत्व के बारे में शिक्षित करना।
मिशन इंद्रधनुष योजना के लाभ
- निशुल्क टीकाकरण- सभी टीके सरकार द्वारा मुफ्त दिए जाते हैं।
- 7 बीमारियों से सुरक्षा- डिप्थीरिया, काली खांसी, टेटनस, पोलियो, टीबी, खसरा और हेपेटाइटिस-बी।
- गर्भवती महिलाओं को लाभ- टेटनस और अन्य आवश्यक टीके।
- दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुँच- मोबाइल टीकाकरण वैन द्वारा सेवा।
- डिजिटल रिकॉर्ड- टीकाकरण का डिजिटल डेटा रखा जाता है।
पात्रता (Eligibility)
- इस योजना क्र तहत 0-2 साल के बच्चे जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है।
- इस योजना का लाभ गर्भवती महिलाएँ जिन्हें टेटनस का टीका नहीं लगा है वे इस योजना के पात्र है।
- वे सभी जो टीकाकरण अभियान के दायरे में आते हैं, चाहे वे गरीब हों या अमीर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। Mission Indradhanush Scheme
आवश्यक दस्तावेज (Required Documents)
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड (माता-पिता या बच्चे का)
- राशन कार्ड
- पहचान पत्र
- मोबाइल नंबर
- अन्य दस्तावेज
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
अभी तक मिशन इंद्रधनुष योजना के लिए सीधे ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, लेकिन आप निम्न तरीके से पंजीकरण कर सकते हैं।
- अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, PHC (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) या सरकारी अस्पताल पर संपर्क करें।
- बच्चे का टीकाकरण कार्ड बनवाएँ।
- कुछ राज्यों में उमंग ऐप या स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के माध्यम से टीकाकरण स्लॉट बुक किया जा सकता है।
- 104 या 108 (एम्बुलेंस/स्वास्थ्य हेल्पलाइन) पर कॉल करके जानकारी लें।
- मिशन इंद्रधनुष योजना की जानकारी के लिए इस योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आप पूरी जानकारी ले सकते है।
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निष्कर्ष
Mission Indradhanush Scheme भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका लक्ष्य देश के हर बच्चे को जानलेवा बीमारियों से बचाना है। अगर आपके बच्चे का टीकाकरण पूरा नहीं हुआ है, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।
मिशन इंद्रधनुष योजना (FAQs)
Ans: डिप्थीरिया, काली खांसी, टेटनस, पोलियो, टीबी, खसरा और हेपेटाइटिस-बी के टीके।
Ans: हाँ, यह योजना सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में चलाई जा रही है।
Ans: नहीं, यह केवल सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर उपलब्ध है।
Q4. टीकाकरण कार्ड खो जाने पर क्या करें?
Ans: नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर नया कार्ड बनवाएँ।
Ans: हाँ, कोविड-19 के बाद इसे और तेजी से लागू किया गया है।